Saturday, November 22, 2025
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डेजर्ट रोज(Adenium obesum)

वैसे फूलों में गुलाब का आकर्षण कभी कम नहीं होता,अलग अलग रंगों में गुलाब सबको ही लुभाता है।लेकिन आज हम बात करेंगे एक ऐसे पौधे की जिसके फूलों को भी गुलाब का उपनाम दिया गया है। 

लेकिन इसमें दिलचस्प बात है,इस पौधे की कठोर हालातों में फलने फूलने की क्षमता,जैसे यह पौधा खुद को लम्बे समय तक बिना किसी की परवाह के ताज़ा बनाये रखता है,और इसके शोख गुलाबी फूलों को कहा जाता है “रेगिस्तान का गुलाब” (Adenium obesum) या “डेजर्ट रोज”। 

आइए इस ब्लॉग में जानते हैं,डेजर्ट रोज को भारत में उगाने और केयर के तरीके।

डेजर्ट रोज(Adenium obesum)का परिचय 

यह पौधा मूल रूप से अरब प्रायदीप और अफ्रीका से सम्बंधित है।कर्क रेखा और विषुवत रेखा के बीच पाए जाने वाले देशों के वनों में पाया जाता है।जिनमे एशिया,ऑस्ट्रेलिया,अफ्रीका,और अमेरिका के कुछ हिस्से आते हैं। 

इसका मोटा फूला हुआ तना जिसे (Caudex) कहते हैं।शुष्क स्थितियों में पानी का भण्डारण करता है।जिससे पौधा लम्बे समय तक जीवित रहता है। 

डेजर्ट रोज एपोसिनेसी परिवार से संबंध रखने वाला पौधा है।कनेर और सदाबहार भी इसी परिवार से संबंध रखने वाले पौधे हैं।इसके पांच पंखुड़ियों वाले गुलाबी फूल ट्रम्पेट का सा आकार लिए होते हैं,और देखने में मनमोहक,दिलकश लगते हैं। 

इस पौधे को लगाने में बस ध्यान रखने वाली बात यह है,कि इस पौधे के सभी भाग विषैले होते हैं।और इससे निकलने वाले दुधिया रस में cardiac glycosides नामक तत्व पाए जाते हैं।जो जहरीले होते हैं।

अफ्रीका की आदिवासी प्रजातियाँ शिकार करने के लिए तीरों के आगे के भाग पर इस पौधे का रस का लेप करती थी।कई बार अनुभव भी अविष्कार का जनक होता है। 

तो बच्चों और पालतुओं को विशेष प्रकार से इस पौधे से दूर रखने की आवश्यकता है। 

डेजर्ट-रोज-बोंसाई

भारत में घर पर डेजर्ट रोज की देखभाल कैसे करें? 

भारत में घर पर रेगिस्तानी गुलाब को लगाना और देखभाल करना आसान है। खासकर ऐसे क्षेत्रों में जहाँ मौसम में गर्मी अधिक होती है। 

डेजर्ट रोज को गर्म मौसम पसंद है,और गमले में लगाने के लिए ये एक आदर्श पौधा है,खासकर बोंसाई लवर्स के लिए।

आप कोई भी पौधा लगाइए,मिट्टी का जल निकास अच्छा होना चाहिए।डेजर्ट रोज के लिए मिट्टी तैयार करते समय मिट्टी में चारकोल,कम्पोस्ट,कोकोपीट मिला सकते हैं,ताकि पौधे को बार बार पानी देने की आवश्यकता न पड़े। 

अगर आप बीज से इस पौधे को उगा रहे हैं,तो गुजरात में हुई एक स्टडी के अनुसार मिट्टी में कोकोपीट मिला कर बीज उगाने से बीजों के अंकुरण की प्रतिशत 80 से ज्यादा रहा। 

डेजर्ट रोज सूखे के प्रति सहनशक्ति रखने वाला पौधा है,तो इसे ज्यादा पानी देने की जरुरत नहीं है

लेकिन जब यह पौधा बढ़ने,फलने फूलने के मूड में हो,यानि गर्मी की शुरुआत में तब रेगिस्तानी गुलाब को पानी अच्छे से दें।लेकिन ध्यान रहे गमले की मिट्टी 1 इंच सूख जाने पर ही पानी दें।  

सर्दियों के समय में यह पौधा डोर्मेंसी की अवस्था में चला जाता है।तब इसे पानी की जरुरत न के बराबर होती है। हो सकता है,आपका पौधा पत्ते गिरा दे और डालियां नग्न हो जाएं। 

लेकिन फिकर नॉट ये एक सामान्य प्रक्रिया है। कुछ समय बाद आपका पौधा फिर से पत्तियों और फूलों से भर जाएगा। बस पौधे की मिट्टी सूख जाने पर ही उसे पानी दें। 

रेगिस्तानी गुलाब तेज धूप की चाह में रहने वाला पौधा है।बेबी को धूप पसंद है। इसे ऐसी जगह रखिए,जहाँ इसे कम से कम 6 घंटे की धूप पूरी तरह से मिले।

अगर आप इसे इंडोर प्लांट की तरह रख रहें हैं। तो डेजर्ट रोज को दक्षिण दिशा की और किसी खिड़की या बालकनी की तरफ रखिए। 

कम प्रकाश मिलने की स्थिति में पौधे के विकास और लम्बाई तथा फूलों की वृद्धि में असर पड़ेगा। 

ज्यादा ठण्ड वाले इलाकों में,पाले के गिरने की स्थिति में डेजर्ट रोज को घर अन्दर रख सकते हैं, गर्माहट देने के लिए। 

इस पौधे को तेज ठण्ड पसंद नहीं 

डेजर्ट रोज को महीने में एक बार या 15 दिन में एक बार कोई भी उर्वरक या तरल उर्वरक दिया जा सकता है।विशेषकर गर्मी में खाद जा सकती है। लेकिन सर्दियों में पौधे की खाद की इतनी जरूरत नहीं होती,ठण्ड में पौधा इतनी वृद्धि भी तो नहीं करता। 

रेगिस्तानी गुलाब बोंसाई की तरह रखने में ज्यादा पोपुलर होता जा रहा है। इसे अपने अनुसार आकार देने के लिए छंटाई करते रहे, जो शाखाएं सूखी है उन्हें काट दें।

बसंत ऋतु के बाद पौधा बढ़ने लगता है। नये पत्ते आते हैं। इस समय की गई छंटाई से पौधे को इच्छानुरूप आकार देने में मदद मिलेगी। 

डेजर्ट-रोज-केयर-इन-हिंदी

लोगों के असली अनुभव:डेजर्ट रोज ने कैसे बदली उनकी गार्डनिंग लाइफ 

कुछ गार्डनर्स का मानना है।कि अडेनियम की मनमोहक जड़ों ने उन्हें अपना फैन बना लिया। और बेहद गर्मी के माहौल में भी बिना ज्यादा देखभाल के डेजर्ट रोज आसानी से बढ़ता है। 

आप इससे कई प्रकार की कलाकृतियां भी बना सकते हैं।और लम्बे समय तक अपने पास रख सकते हैं। जैसे इस गार्डनर ने किया और अब इनके पास अनेकों डेजर्ट रोज है। 

भारत में बारिश वाले इलाकों में रेगिस्तानी गुलाब की देखभाल चुनौती की तरह है।फ्लोरिडा में रहने वाले एक बागबान ने बताया कि रेगिस्तानी गुलाब बरसात से कोई नुकसान नहीं झेलता। बल्कि गमले की खराब मिट्टी जिसमें पानी रुकता है,उससे यह पौधा सड़ सकता है। 

इससे बचाव के लिए छोटे और कम ऊंचाई वाले गमलों का प्रयोग करें,और मिट्टी में बजरी और परलाइट का मिश्रण डाले।

इससे बरसाती पानी जल्दी गमले से बाहर निकल जाएगा,और हो सके तो गमले को किसी स्टैंड पर रखे ताकि नीचे से भी मिट्टी सूखती रहे। 

सर्द इलाकों में रहने वाले बागबानों के अनुसार उनका अडेनियम ठण्ड के मौसम में अपने पत्ते पूरी तरह उतार देता है।

यहाँ बात 45 डिग्री से कम तापमान की हो रही है। उपाय के लिए वे अपने पौधे को गर्मी के लिए घर के अन्दर ले आते हैं। 

या घर के अन्दर किसी ऐसी खिड़की के पास रखते हैं।जहाँ सूर्य का पूर्ण या आंशिक प्रकाश आता हो,लगभग पूरी सर्दियाँ रेगिस्तानी गुलाब को बहुत कम,न के बराबर, सिर्फ कुछ बूंदे पानी दे कर आप आराम से रख सकते हैं।

बसंत का समय आने पर इन लोगों ने डेजर्ट रोज को बाहर रख दिया,और फिर से उसमें पत्तियाँ निकलने लगी। 

भारतीय ब्लॉगर डॉ.ऋचा मीणा के अनुसार डेजर्ट रोज तेज और भीषण गर्मी को सहने वाला पौधा है।उनके अनुसार गर्मी में लू चलने के समय उनके सारे पौधे मर गए लेकिन रेगिस्तानी गुलाब लू में भी खिलता रहा। 

डेजर्ट-रोज-फ्लावर्स

सामन्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न 

Desert Rose इतना “जादुई” पौधा क्यों माना जाता है?

क्योकि यह तेज और भीषण गर्मी में जिन्दा रहता है,अपने मोटे तने (caudex) में पानी को बचा कर रखता है,जितनी तेज धूप उतने ज्यादा फूल इसलिए इसे “जादुई”पौधा कहा जाता है 

क्या Desert Rose को घर के अंदर भी रखा जा सकता है?

घर के अन्दर रखना हो तो दक्षिण दिशा की ओर रख सकते हैं,कम रौशनी वाली जगह यह पौधा चल नहीं पाएगा

Adenium को सबसे ज्यादा किस गलती से नुकसान होता है?

ज्यादा पानी देना इस पौधे के लिए जानलेवा हो सकता है,ज्यादा पानी जड़ों के सड़ने का कारण बनेगा

क्या Desert Rose वास्तु अनुसार शुभ माना जाता है?

हाँ,आप इसे उन्नति का प्रतीक मन सकते हैं कठिन परिस्थतियों में जीवित रहना इस प्लांट से सीखा जा सकता हैं

निष्कर्ष

रेगिस्तानी गुलाब और गर्म इलाकों में पाए जाने वाले प्लांट्स कठोर हालातों में भी जिजीविषा बनाये रखने के लिए जाने जाते हैं। डेजर्ट रोज एक सहनशील और मजबूत पौधा हैं।इसे ज्यादा देखभाल की भी जरुरत नहीं होती।बदलते मौसम में पानी देने की आवृति कम करके आसानी से इसे आप भारत के गर्म इलाकों में संभाल सकते हैं।सजावटी और सुंदर फूलों वाला यह पौधा आपके गार्डन की शोभा अवश्य ही बढ़ाएगा। क्या आपके पास भी अडेनियम के प्लांट्स हैं?कोई खास जानकारी हो तो जरुर साझा करें। 

डेजर्ट रोज के साथ बागबानों के अनुभव

https://www.reddit.com/r/Adenium/comments/1kui8uw/my_creature_in_bloom_2021_to_2025/

https://www.reddit.com/r/DesertRose/comments/1kqzn42/how_should_i_care_them_in_monsoons/

Prakriti ke sathi
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"प्रकृति के साथी" में आपका स्वागत है! यह ब्लॉग प्रकृति, पर्यावरण और अद्भुत पौधों की रोचक कहानियों का खजाना है। हमारा लक्ष्य है प्रकृति के अनजाने पहलुओं को उजागर करना और आपको इसके करीब लाना। आइए, साथ मिलकर धरती की खूबसूरती को और गहराई से जानें!
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