मोरिंगा- एक चमत्कारी पौधा आपके घर के लिए
मोरिंगा, इस पौधे को सहजन के नाम से भी जाना जाता है। अपने चमत्कारी गुणों की वजह से पौधे को सुपर फूड की श्रेणी में रखा जाता है।
इस पौधे की अच्छी बात यह है। कि यह भारतीय मूल का वृक्ष है,बिना ज्यादा नखरे दिखाए यह पौधा तुरंत आपके घर में वृद्धि करेगा। तो मोरिंगा के पौधे की देखभाल कैसे करें ? सही खाद,उचित मात्रा में पोषण और तैयार है आपके घर का डॉक्टर। आइए इस गाइड में हम जानते हैं, घर पर आप कैसे इस पौधे को उगाएं?

सही मौसम और लोकेशन- तेज ग्रोथ के लिए बेस्ट सेटअप
भारत में मोरिंगा के पौधे को लगाने के लिए आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। आप खुद सोचिए यदि हमारे घर में कोई मेहमान होगा,तो हमें उसकी देखभाल ज्यादा करनी पड़ेगी। लेकिन अगर आप वहीं के निवासी हैं,तो आप परिस्थितियों से सामंजस्य आसानी से बिठा सकते हैं। इन टिप्स की मदद से आप घर पर आसानी से मोरिंगा के पौधे की देखभाल कर सकते हैं।
- बेस्ट टाईम- मोरिंगा के पौधे को सर्दी के अलावा,वर्ष में किसी भी समय लगाया जा सकता है। और वर्षा ऋतु तो किसी भी पौधे को लगाने का सर्वोत्तम समय है।
- धूप की आवश्यकता- मोरिंगा के पौधे को 6 से 7 घंटे की न्यूनतम धूप आवश्यक है। धूप में पौधा अच्छा खिलता है।
- लोकेशन- मोरिंगा के पौधे को छत पर या घर के बाहर गार्डन में लगाना बेहतर है। यह काफी ऊंचाई तक बढ़ने वाला पौधा है। यदि आप इसे छत पर रख रहे हैं। तो छत के कॉलम्स के पास,या बीम के ऊपर रखें। ताकि छत पर इसका वजन संतुलित रहे।
मिट्टी और पानी- हेल्दी पौधे के लिए परफेक्ट कांबिनेशन
- मिट्टी- मोरिंगा के लिए गार्डन की साधारण मिट्टी भी बेस्ट है। गमले में पौधा लगाने के लिए आधी मिट्टी और आधा हिस्सा गोबर की खाद ले।उसमें एक हिस्सा नीम की खली भी मिला सकते हैं। ताकि जड़ों को किसी भी प्रकार के फंगस से बचाया जा सके।
- पानी- पौधे को नियमित पानी दें, अत्यधिक पानी देना पौधे के लिए खतरनाक हो सकता है।इसलिए संतुलन बनाये रखें। यदि आप गर्म इलाकों में रहते हैं जैसे राजस्थान । तो पौधे की मिट्टी में पत्तियों से सूखी,गीली घास से मल्चिंग करें। ताकि पानी कम वाष्पित हो।
मोरिंगा के पौधे की देखभाल खाद और पोषण से कैसे करें ?
- खाद- गमले में मोरिंगा का पौधा लगाने के लिए 50% गोबर की खाद, 50% मिट्टी, 2 हिस्सा वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग कर सकते हैं।
- कितनी बार खाद दें? -गमले में पौधा लगाने पर तीन-चार महीने एक बार गोबर की खाद मिला सकते हैं। गोबर की खाद सभी पौधों के लिए सर्वोत्तम खाद है।
- स्पैशल टिप- घर पर बायोएंजाइम्स बनाएं और उसके स्प्रे से पौधे को पोषण दें। पौधे को कीटों से और रोगों से सुरक्षित रखें।
कटाई और छंटाई-झाड़ीदार और भरपूर पत्तियों वाला पौधा कैसे बनाएं?
- पौधे के लगाने लगभग 4 महीने बाद या जब पौधा दो,तीन फीट का हो जाए,ऊपर से पौधे की कटाई करें ताकि साइड में से ब्रांचेस निकल सके।
- दो से तीन महीने बाद ऊपर से हल्की छंटाई करने से पौधा लंबाई में कम बढेगा,घना और पत्तियों से लबालब भरा रहेगा।

रोग और कीट नियंत्रण पौधे को बीमारियों से बचाने का अल्टीमेट तरीका
- कॉमन कीट- मोरिंगा के पौधे पर साधारण कीट जैसे एफिड्स, कैटरपिलर और माइट्स का आक्रमण हो सकता है।
- घरेलू उपचार- मोरिंगा के पौधे पर कीटों का आक्रमण होने से बचाव के लिए हर हफ्ते नीम तेल का छिड़काव करें। लहसुन,हरी मिर्च के पेस्ट के पानी का छिड़काव करने से भी कीटों का प्रभाव कम होगा।
- सावधानी- पौधों पर जैविक कीटनाशकों का उपयोग सुबह या शाम को ही करें,धूप में ना करें।
गमले में मोरिंगा उगाना- Beginners के लिए सुपर आसान गाइड
- बीज या कटिंग- अगर आप एक Beginner है। तो बीज से पौधा उगाना आपके लिए ज्यादा आसान होगा। बीज को पानी में रात भर भिगोने के बाद सुबह गमले में लगाएं।
यदि आप कटिंग से पौधा लगाना चाहते हैं। तो कोशिश किजीए पौधे की शाखा को तिरछा काटे।
- गमला- 24 इंच या 18 इंच का गमला ले। या इतनी ही गहराई वाला ग्रो बैग भी काम में लिया जा सकता है।
- स्टार्टिंग देखभाल- शुरुआती महीने में रोज थोड़ी मात्रा में पानी दें। जब तक पौधा अंकुरित ना हो जाए।
स्पैशल टिप्स- मोरिंगा की ग्रोथ बढ़ाने के प्रो सीक्रेट्स
- हर महीने में एक बार थोड़ी बहुत नीम खली और गोमूत्र को पानी में मिलाकर स्प्रे करें।
- पौधे को उचित मात्रा में धूप मिलती रहे इसका विशेष ध्यान रखें।

मोरिंगा ओलिफेरा में पाए जाने वाले अद्भुत पोषक तत्व
मोरिंगा ओलिफेरा भारत में परंपरागत रूप से रोगों के निवारण का साधन रहा है। कुछ रिपोर्टस के अनुसार इसके पौधे के विभिन्न भाग फल,फूल,पत्ती सभी का उपयोग स्वास्थ्यवर्धक है। इसके उपयोग से मधुमेह,एनीमिया,उच्च रक्तचाप,अवसाद,तनाव,गठिया, जोड़ों का दर्द,गुर्दे की पथरी और कुपोषण अनेक रोगों के इलाज किया जाता है। इस पौधे में एंटीऑक्सीडेंट,एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी कैंसर तत्व भी पाए जाते हैं।
FAQ- मोरिंगा की देखभाल से जुड़े जरूरी सवाल जवाब
1 फल कब आते हैं?
6 से 8 महिनों में
2 रोज पानी देना जरूरी है?
सिर्फ गर्मियोंं में अन्यथा हफ्ते में 2 तीन बार
3 क्या गमले में फल मिलते है?
यदि गमला बड़ा हो और पौधे को पर्याप्त पोषण मिले तो सम्भव है।
निष्कर्ष
आप चाहे तो घर पर ही आसानी से इस लोकप्रिय और सस्ते सुपर फूड को,उचित धूप, सही खाद की मात्रा और नियमितता से पानी देकर, स्वस्थ मोरिंगा का पौधा उगा सकते हैं। पौधे को घना बनाने के लिए इसकी नियमित छंटाईं करें और घर पर गमले और या आपके गार्डन दोनों में ही इस पौधे को लगाना बेहद आसान है। क्या आपने कभी मोरिंगा की पौष्टिक फलियाँ खाई है? कमेंट में अवश्य बताइए।
सन्दर्भ
मोरिंगा को गमले में कैसे लगायेंhttps://hindi.krishijagran.com/lekh/gardening/how-to-grow-moringa-tree-in-pot/
मोरिंगा के पौधे की छटाई कैसे करे?https://hindi.krishijagran.com/farm-activities/earn-millions-by-doing-scientific-farming-of-drunken-crops-read-all-information/
मोरिंगा पोषक तत्वों का तत्वों का खजाना एक रिपोर्टhttps://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC7430547/